शुक्रवार, 30 जून 2023

चित्र आधारित स्वरचित रचना “ अतुकांत रचना” द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य” शीर्षक : ‘मन के तार’

 


चित्र आधारित स्वरचित रचना

    “ अतुकांत रचना”

द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य”

शीर्षक : ‘मन के तार’

ग्वालियर, भारत ; 30.06.2023

 

     जा मिले जो उनसे

       मेरे मन का कोई तार

         हर बार हो जाये उनसे

            कोई मन ही मन की तकरार

 

      अक्सर सोच बदल भी जाए

         लेकिन मन के तारों का ताना

             तोड़े से भी ना तोडा जाये

              फिर भी खुद के बंधन उन्हें

                 फिर उलझाए फिर उलझाए

 

    

         तिनका तनिक तब भी

             इन तारों को छु भी न पाए

               अक्सर आहें भरते भावों से

                   दुःख -सुख यूँ ही अंतर्मन से जुड़ जाएं

 

       लेकिन नवल-चेतना के तार जुड़े और

         जुड़ते जाएँ ; जिनसे अब तक न था कोई जुड़ाव

                    जिनसे अब तक न था कोई जुड़ाव||

 

स्वरचित अप्रकाशित रचना

द्वारा डॉ अमित तिवारी , 30.06.2023

ग्वालियर; भारत

                


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चित्र आधारित स्वरचित रचना “ अतुकांत रचना” द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य” शीर्षक : ‘मन के तार’

  चित्र आधारित स्वरचित रचना     “ अतुकांत रचना” द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य” शीर्षक : ‘मन के तार’ ग्वालियर, भारत ; 30.06.2023   ...