बुधवार, 21 जुलाई 2021

चित्र आधारित स्वरचित अतुकांत कवित्त द्वारा अमित तिवारी “शून्य“ साथी साथ चलना है मंजिलों पर हक़ तो अपना है जीत सबका सपना है रखकर इरादे ऊँचे वादा तो पूरा करना है || मुश्किलें तो आती हैं, मगर वो दूर हो जातीं हैं, बंदिशों से अपने लिखनी यह पाती है, जीत की इबारत थोड़ी सी जो बाकी है || मन एक कभी हारेगा, दूजा उसको सराहेगा, मिलकर मंजिल पर दोस्त उसे पहुंचाएगा, यह सब दल बल का काम होगा , तभी विजय पर हम सबका नाम होगा || द्वारा अमित तिवारी “शून्य” ग्वालियर म. प्र. 16.07. 2021

 

चित्र आधारित स्वरचित अतुकांत कवित्त

द्वारा अमित तिवारी “शून्य“

 

साथी साथ चलना है

मंजिलों पर हक़ तो अपना है

जीत सबका सपना है

रखकर इरादे ऊँचे वादा तो पूरा करना है ||

 

मुश्किलें तो आती हैं,

मगर वो दूर हो जातीं हैं,

बंदिशों से अपने लिखनी यह पाती है,

जीत की इबारत थोड़ी सी जो बाकी है ||

 

मन एक कभी हारेगा,

दूजा उसको सराहेगा,

मिलकर मंजिल पर दोस्त उसे पहुंचाएगा,

यह सब दल बल का काम होगा ,

तभी विजय पर हम सबका नाम होगा ||

 

द्वारा अमित तिवारी “शून्य”

ग्वालियर म. प्र.

16.07. 2021   

 

कोई टिप्पणी नहीं:

चित्र आधारित स्वरचित रचना “ अतुकांत रचना” द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य” शीर्षक : ‘मन के तार’

  चित्र आधारित स्वरचित रचना     “ अतुकांत रचना” द्वारा डॉ अमित तिवारी “शून्य” शीर्षक : ‘मन के तार’ ग्वालियर, भारत ; 30.06.2023   ...